भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन की मांग कई गुना बड़ चुकी हे,सरकार भी कर रही है इसका समर्थन । इलेक्ट्रिक वाहन की इतनी भरी डिमांड को देखते हुए ये अंदाजा लगाया जा सकता हे, कि आने वाला समयइलेक्ट्रिक वाहन का ही है। क्योंकि ईंधन( पेट्रोल, डीजल) की बड़ती महंगाई के कारण आम– जनता अपने वाहनों में ईंधन नही भरवा सकते। वही इसका असर सीधे पर्यावरण पर भी पड़ता हैं। जिससे पर्यावरण प्रदूषित हो जाता है।
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क्यों बड़ रही हे इलेक्ट्रिक विकल की इतनी मांग
देश में बढ़ते पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों के बीच इलेक्ट्रिक वाहन लोगो की पहली पसंद बनतीं जा रही हैं। अब मार्केट में ईंधन , सीएनजी वाहन के साथ –साथ इलेक्ट्रिक वाहन भी उपलब्ध हैं। आपको बता दे की ईंधन से चलने वाले वाहन की अपेक्षा इलेक्ट्रिक वाहन में कई फीचर्स , परफॉर्मेंस और कई खूबियां उपलब्ध हैं। जो इन्हें ईंधन वाले विकल से बेहतर बनाते हैं।
इलेक्ट्रिक वाहन पर सरकार का क्या कहना हैं
इलेक्ट्रिक वाहन पर सरकार का कहना हैं, कि इलेक्ट्रिक वाहन की डिमांड हर दिन बड़ती जा रही हैं। जो हमारे पर्यावरण को बचाने में काफी सहायक हैं। इसके अलावा 2020 में इलेक्ट्रिक वाहनों की 48,179 इलेक्ट्रिक विकल की बिक्री हुए थी । जिसकी संख्या 2021 में बडकर 2लाख 37 हजार आठ सौ पर पहुंच गई। वही 2022–23 में इनकी कुल संख्या लगभग 45,45901 हो गई हैं।
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